इंदौर के सिमरोल क्षेत्र में घर से 3 किलोमीटर दूर बेसुध मिले एक युवक की मंगलवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई। वह तीन दिन पहले सड़क पर बेहोश मिला था। तब परिवार ने इलाज कराया तो हालत ठीक हो गई। लेकिन जब घर लाए तो फिर अजीब हरकतें करने लगा। कभी दीवार पर सिर पटक देता, कभी लोट लगाने लगता। उसे एक दरगाह पर भी तांत्रिक को दिखाया। सिर पटकने के बाद उसे नाक से ब्लीडिंग शुरू हो गई। फिर से अस्पताल लाए लेकिन यहां उसकी मौत हो गई। बुधवार को पोस्टमार्टम किया गया। मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है।
सिमरोल पुलिस के मुताबिक मृतक रवि पुत्र मोहन पारगी निवासी दतोदा (27) है। उसके माता-पिता नहीं है। बहन के साथ उसके ससुराल में रहता था और सेनेटरी का काम करता था।
परिवार ने बताया 10 मार्च की रात बहन रवीना ने रवि के मोबाइल पर कॉल किया था। तब किसी अज्ञात ने फोन उठाकर बताया था कि जिसका मोबाइल है, वह रास्ते में बेसुध पड़ा है। बताई हुई लोकेशन पर बहन और उसका परिवार पहुंचा। उठाकर घर लाए। सिर में मामूली चोट दिखाई दे रही थी।
अगले दिन 11 मार्च की सुबह डॉक्टर को दिखाया। दवाई देने के साथ एक्सरे की सलाह दी गई। परिवार तेजाजी नगर ट्रामा सेंटर में चेकअप के बाद उसे वापस घर ले आया। इसी रात में रवि अचानक अपना सिर जोर-जोर से दीवार में मारने लगा। जमीन पर इधर-उधर पलटी खाने लगा। परिवार के लोगों ने तांत्रिक बाधा के बारे में सोचा। फिर इलाके की ही एक दरगाह पर ले गए लेकिन हालत नहीं सुधरी।
12 मार्च की सुबह रवि तेज सांस लेने लगा। हालत बिगड़ती देखकर परिवार के लोगों ने एंबुलेंस को कॉल कर बुलाया। गांव से एमवाय अस्पताल लाते समय एंबुलेंस में ही उसकी नाक से ब्लड आने लगा। एमवाय अस्पताल में उपचार के दौरान बीती रात मौत हो गई।