मध्यप्रदेश में एक बार फिर ओले-बारिश का दौर शुरू हो गया है। शनिवार को सिवनी में 40 मिनट तक बारिश हुई। बालाघाट में ओले गिरे। अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, सिंगरौली में भी मौसम बदल रहा। ऐसा ही दौर अगले 3 दिन यानी 19 मार्च तक रहेगा।
रविवार को जबलपुर, सिवनी समेत 5 जिलों में ओले-बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। वहीं, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर समेत 13 जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से हवाएं नमी ला रही हैं। इस वजह से मार्च में तीसरी बार मौसम बदल गया है। नए सिस्टम की एक्टिविटी का जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग में ज्यादा असर रहेगा जबकि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन संभाग में हल्के बादल छा सकते हैं।
इसलिए बदला मौसम
मौसम विभाग, भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, अभी उत्तरी ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही हैं। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भी नमी ला रही हैं। इस वजह से बारिश, ओले और तेज आंधी का दौर चलने लगा है। पूर्वी मध्यप्रदेश में ओलावृष्टि और बारिश होने का अनुमान है।
MP में 3 दिन ऐसा रहेगा मौसम
17 मार्च: जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, उमरिया में ओले-बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। वहीं, बैतूल, पांढुर्ना, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, कटनी, पन्ना, मैहर, शहडोल, रीवा, अनूपपुर में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। 18 मार्च: जबलपुर, मंडला, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में ऑरेंज अलर्ट है। यहां ओले-बारिश होने के साथ 40-50Km प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा भी चल सकती है। पांढुर्ना, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, कटनी, डिंडोरी में बारिश होने का अनुमान है जबकि बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, दमोह, पन्ना, मैहर, रीवा, सीधी और सिंगरौली में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। 19 मार्च: नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, कटनी, उमरिया, डिंडोरी और अनूपपुर में ऑरेंज अलर्ट है। यहां बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। पांढुर्ना, छिंदवाड़ा, दमोह, पन्ना, शहडोल में बारिश हो सकती है। वहीं, बैतूल, नर्मदापुरम, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। 20 मार्च से नया सिस्टम एक्टिव होगा
प्रदेश में 3 दिन तक बारिश का दौर चलने के बाद 20 मार्च की रात से एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होगा। इसके लौटने के बाद फिर गर्मी का असर बढ़ेगा।
मार्च के आखिरी सप्ताह में गर्मी का असर
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के शहरों का 10 साल का रिकॉर्ड देखें तो मार्च के आखिरी दिनों में यहां तेज गर्मी का ट्रेंड है। इससे अनुमान है कि 26 से 31 मार्च के बीच ज्यादातर शहरों में दिन का टेम्प्रेचर 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है।
भोपाल में बादल छाए रहेंगे
राजधानी भोपाल में अगले 4 दिन तक बादल छाए रहेंगे। रविवार से मौसम बदलेगा। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है।
बारिश के बीच गर्मी का असर भी
शनिवार को बारिश के बीच गर्मी का असर भी देखा गया। मंडला, खरगोन और धार में पारा 36 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। पचमढ़ी में टेम्प्रेचर 29.8 डिग्री दर्ज किया गया। यह प्रदेश में सबसे कम रहा। धार में टेम्प्रेचर सबसे ज्यादा 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 32.8 डिग्री, इंदौर में 33.3 डिग्री, ग्वालियर में 30.5 डिग्री, जबलपुर में 31.7 डिग्री और उज्जैन में टेम्प्रेचर 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।