जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाने या सजा काट चुके कैदियों की रिहाई के लिए जुर्माना राशि का इंतजाम करने की व्यवस्था के लिए शहर में कई समाजसेवी और सामाजिक संस्थाएं हैं।
35 बंदियों की रिहाई के लिए राशि जुटाई गई
शहर में कई समाजसेवी ऐसे हैं जो जेल में सजा काट चुके बंदियों की मदद कर रहे हैं। एक सोशल मीडिया ग्रुप और लायंस क्लब भोपाल सरोबर के अध्यक्ष रितेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय जेल में उम्र कैद की सजा काट चुके 35 बुजुर्ग बंदियों की रिहाई के लिए जुर्माने के 1 लाख 87 हजार रुपए केंद्रीय जेल प्रबंधन को सौंपे थे। उन्होंने इसके अलावा भी इस तरह की मदद करने का दावा किया है।
मरीजों के परिजनों को एम्स के बाहर रोज भोजन वितरित किया जाता है
एम्स में गेट नंबर दो के बाहर रोजाना दो लंबी लाइनें लगती हैं, जो कि मरीजों के परिजनों के लिए होती हैं। एम्स प्रबंधन द्वारा परिसर के अंदर भोजन वितरित करने की जगह न देने के कारण, समाजसेवी ओपी पटेल गेट नंबर दो के बाहर भोजन वितरित करते हैं। वे रोजाना एक हजार पैकेट बांटते हैं, जिन्हें वैन में भरकर शाम 5 बजे एम्स पहुंच जाते हैं और मरीजों के परिजनों को वितरित करते हैं। इनके साथ मातृशक्ति सेवा समिति की अध्यक्ष रितु सिंह भी इस कार्य में सहायक हैं।