इंदौर में रहने वाली गुना की एक छात्रा के माता-पिता के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। धोखाधड़ीकर्ता ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए छात्रा के पिता को कॉल करके कहा, “आपकी बेटी को लड़के के साथ पकड़ा गया है। उसकी बदनामी से बचने के लिए 30 हजार रुपए जमा करवाएं।”
सच्चाई सामने आने के लिए आरोपी ने उनके वॉट्सएप पर एक फोटो भेजी। घबराए हुए पिता ने पैसे भेज दिए। बाद में बेटी का फोन आया, जिससे पता चला कि धोखाधड़ी का मामला था। घटना की शिकायत SP को की गई है। मामले की जांच जारी है।
पिता ने कहा, “मुझे घबरा गया था, मैंने सोचा तक नहीं कि बेटी से बात कर लूं।”
नरहरि भार्गव फॉरेस्ट गार्ड हैं और वे शिवपुरी जिले के बदरवास में तैनात हैं। उन्होंने बताया कि बेटी इंदौर में PSC की तैयारी कर रही हैं। सोमवार को उन्हें धोखाधड़ी का कॉल आया। उसमें कहा गया कि उनकी बेटी को एक युवक के साथ पकड़ा गया है।
फोन करने वाले ने उनको एक फोटो भेजा, जिसमें कुछ पुलिस अधिकारी दिखाई दिए। उनके पीछे लोग आरोपी लग रहे थे। फोन करने वाले ने एक युवती से भी बात की।
भार्गव के मुताबिक वे इतना घबरा गए कि उनके दिमाग में यह नहीं आया कि एक बार बेटी से बात कर लें। उन्होंने फौरन आरोपी के दिए गए नंबर पर 30 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए।
बेटी के फोन आने के बाद शिकायत SP को की गई। भार्गव ने बताया कि सुबह 11 बजे बेटी ने मां को फोन किया। उसने बताया कि वह सुरक्षित है। उसने अपने साले कांग्रेस नेता ब्रजेश भार्गव को इसकी जानकारी दी। बाद में नगर पालिका के प्रतिपक्ष कांग्रेस नेता शेखर वशिष्ठ के साथ SP संजीव कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा।