भोपाल के वल्लभ भवन में 9 मार्च को लगी आग की जांच के लिए गठित कमेटी ने मंगलवार को अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी। कमेटी ने शॉर्ट सर्किट से उठी चिंगारी को आग का कारण बताया है। सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी को सौंपी रिपोर्ट में कमेटी ने हादसे के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) के फायर टेंडर व्यवस्था को जिम्मेदार माना है।
समिति ने रिपोर्ट में कहा, ‘घटना के बाद फायर टीम मौके पर पहुंच तो गई थी, लेकिन उसकी कार्यप्रणाली बेहतर नहीं थी। जिसकी वजह से आग भड़क गई। भवन में लूज वायरिंग, समय पर रखरखाव नहीं होने से ऐसी स्थिति बनी। इसकी जिम्मेदारी PWD अफसरों की थी।’
हादसे की जांच के लिए शासन ने एसीएस हेल्थ मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्षता में 7 सदस्यीय हाई लेवल कमेटी का गठन किया था। कमेटी को 3 दिन में प्रारंभिक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए थे। विस्तृत रिपोर्ट FSL (फॉरेंसिक साइंस लैब) रिपोर्ट मिलने के बाद दी जाएगी।
प्रमुख सचिव बोले- 15 दिन में आएगी फाइनल रिपोर्ट
जांच कमेटी ने आग लगने के कारण तलाशने के लिए पीडब्ल्यूडी, अग्निशमन विभाग, सुरक्षा विभाग, जीएडी (अधीक्षण) से अलग-अलग रिपोर्ट ली। इन सभी के विश्लेषण के बाद अंतरिम रिपोर्ट जारी की है।
जांच के दौरान यह भी पता चला है कि हादसे के बाद नुकसान के आकलन के लिए ऑफसेट वैल्यू तय करने GAD ने दल गठित किया है। अब नष्ट सामान की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। प्रमुख सचिव, जीएडी मनीष रस्तोगी खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
रस्तोगी ने बताया कि जांच कमेटी की फाइनल रिपोर्ट 15 दिन में आएगी। फिलहाल, शॉर्ट सर्किट के कारण ही आग लगना बताया गया है।
7 सदस्यीय जांच कमेटी में ये अधिकारी शामिल
आग लगने की घटना की जांच के लिए बनी कमेटी के अध्यक्ष एसीएस, हेल्थ मोहम्मद सुलेमान हैं। समिति में प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव लोक निर्माण डीपी आहूजा, एडीजी अग्निशमन सेवाएं आशुतोष राय, आयुक्त भोपाल पवन शर्मा और आयुक्त पुलिस हरिनारायणचारी मिश्र सदस्य के रूप में शामिल हैं।