सतना क्षेत्र में अफीम की खेती की बड़ी धरोहर पकड़ी गई है, जो पिछले कुछ दिनों में मैहर और बदेरा के बाद हुई है। अब यह अफीम की खेती अफीम के नशे की फसल को तैयार करने के लिए सतना और मैहर जिले में हो रही है। यहां नशे के विक्रेताओं की संख्या भी बढ़ गई है। पुलिस ने एक अफीम की खेती का कार्रवाई किया है, जिसमें 3,000 पौधे जब्त किए गए हैं। इस कार्रवाई में पिता-पुत्र सहित 3 और लोग गिरफ्तार किए गए हैं। यह तीसरा मामला है जो पिछले पांच दिनों में सामने आया है।
एसडीओपी नागौद विदिता डागर (आईपीएस) ने बताया कि एक मुखबिर के द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि जसो थाना के अंतर्गत जादवपुर बरहाई में अफीम की खेती हो रही है। पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता को सूचना दी गई और उन्होंने जसो थाना प्रभारी रोहित यादव के नेतृत्व में कार्रवाई के लिए पुलिस टीम को तैनात किया। इसके बाद पुलिस टीम ने गुरुवार को जादवपुर बरहाई में दबिश दी, जहां सोनेलाल कोल के खेत में अफीम के हरे पौधे पाए गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से खेत में लगे पौधों को उखाड़ा।
कार्रवाई के दौरान, तीन हजार पौधे जब्त किए गए, जिनकी लंबाई लगभग एक फीट है और जिनका वजन 13.5 किलो है। पूछताछ जारी है कि अफीम की खेती के लिए बीज कहाँ से लाए गए थे और उत्पादन को कहाँ बेचा जाता था।
यह पहला मामला नहीं है जब पुलिस ने अफीम की खेती को नकारा है। पूर्व में अमरपाटन और बदेरा में भी इस तरह की कार्रवाई की गई थी, जहां बड़ी मात्रा में अफीम के पौधे जब्त किए गए थे।