इंदौर के श्रीनाथ विहार में निवास करने वाले एक व्यक्ति ने गुरुवार रात आत्महत्या कर ली। उनकी मौत के समय उनके दो बच्चे बाहर खेल रहे थे। पत्नी और पिता घर पर नहीं थे। आवाज देने के बावजूद युवक ने दरवाजा नहीं खोला, तब बच्चों ने खिड़की से देखा तो पिता फंदे पर लटके हुए थे।
एरोड्रम पुलिस के मुताबिक, 40 साल के संदीप ने अपने घर पर फांसी लगाकर जान दे दी। संदीप गुरुवार को अपने दोनों बच्चों के साथ घर पर था। शाम को जब बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे, तब संदीप ने यह कदम उठा लिया। बच्चे जब घर पर पहुंचे तो पिता संदीप ने दरवाजा नहीं खोला। उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो पिता फंदे पर लटके हुए थे। बच्चों ने दादा गणेश को यह जानकारी दी। वह संदीप को लेकर एमवाय अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने संदीप को मृत घोषित कर दिया।
संदीप के पिता ने पुलिस को बताया कि बहू डिंपल पार्लर में काम करती थी। कई बार वह देर रात तक घर आती थी। संदीप ने उसे समझाता था कि समय पर आना जरूरी है। वह जल्दी आ जाया करे। साथ ही घर से काम करने के लिए कहता। लेकिन बहू इस बात को नजरअंदाज करती थी।
कुछ दिन पहले संदीप ने अपनी सास और साले से बात कर पत्नी डिंपल को समझाने की कोशिश की थी। इससे संदीप लगातार तनाव में था। एक दिन पहले भी इसी बात पर उनकी कहासुनी हुई थी। संदीप और डिंपल की शादी को 12 साल हो गए थे।
संदीप की मां इंदौर में ही अपने रिश्तेदार के साथ गम में शामिल होने के लिए एक दिन पहले गई थीं। वह तीन दिन बाद यहां से वापस आने वाली थीं। संदीप की मौत की जानकारी उन्हें शुक्रवार सुबह तक नहीं दी गई। पिता के मुताबिक उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। सभी अब अलग-अलग रहते हैं। वह और पत्नी संदीप के साथ ही रहते थे। पिता भी खुद सिलाई का काम करते हैं।