इंदौर के राऊ इलाके में एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। महिला बाथरूम की बाल्टी में औंधे मुंह गिरी हुई थी। दरवाजा तोड़कर महिला को अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने महिला का पोस्टमार्टम कराने के साथ ही मामले को जांच में लिया है। पुलिस ने शैलजा के मायके पक्ष को भी इंदौर आने को कहा है।
मृतक महिला शैलजा द्विवेदी (27) के पति तरुणेंद्र पीथमपुर की एक निजी कंपनी में क्वालिटी मैनेजर हैं। वे राऊ की नंद विहार कॉलोनी में रहते हैं। तरुणेंद्र ने बताया कि वे रोज की तरह शनिवार सुबह कंपनी में चले गए थे। उन्हें मकान मालिक की पत्नी सुषमा ने कॉल कर जानकारी दी। सुषमा ने उन्हें बताया कि शैलजा का मोबाइल बज रहा था। उस पर कई कॉल आ रहे थे, लेकिन वह उठा नहीं रही थी। सुबह से कमरे का दरवाजा भी नहीं खुला। इसलिए सुषमा शैलजा के पास पहुंची। दरवाजा बजाकर शैलजा को बुलाया, लेकिन वह बाहर नहीं निकली। तब उन्होंने पति तरुणेंद्र को कॉल कर घर आने को कहा। सभी लोगों ने मिलकर दरवाजा तोड़ा और शैलजा को अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डेढ़ साल पहले हुई शादी, पहले से आते थे चक्कर
तरूणेन्द्र ने पुलिस को बताया कि करीब डेढ़ साल पहले दोनों की शादी हुई। वह पहले गुजरात की कंपनी में काम करते थे। 1 मार्च को ही कंपनी बदलने के बाद इंदौर शिफ्ट हुए। तरुणेंद्र रीवा के रहने वाले हैं, जबकि शैलजा रीवा के पास के ही एक गांव की रहने वाली थी। तरुणेंद्र ने पुलिस को बताया कि शादी के पहले से ही शैलजा को चक्कर आते थे। मायके वालों ने भी उसका इलाज कराया था। शादी के बाद अहमदाबाद में इलाज चल रहा था। लेकिन कभी ऐसी स्थिति नहीं बनी की वह बेहोश हुई हो या नीचे गिरी हो और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा हो।