सबलगढ़ के मंडी बाजार में एक गोदाम में शार्ट सर्किट या अन्य कारणों से अचानक आग लग गई। आग की लपेटें इतनी भयानक थीं कि धुआं बहुत ऊंचा उठ रहा था। 10 फायर ब्रिगेड की टीमें आग को बुझाने के लिए तत्पर हैं, लेकिन 15 घंटे बाद भी आग पर नियंत्रण नहीं हुआ। कई लोग अभी भी सड़कों पर डटे हुए हैं।
शुक्रवार की शाम को मंडी संतर नंबर 3 में महावीर उर्फ बंटी पुत्र मुरारी लाल प्रधान के गोदाम में शॉर्ट सर्किट या अन्य किसी कारण से अचानक आग लग गई। इसमें कई क्विंटल पॉलिथीन वारदाना और अन्य ज्वलनशील सामान भी था।
आग लगने की सूचना देने पर आसपास के लोगों ने व्यापारी को सूचित किया और फिर दमकल वाहन को भी बुलाया गया, लेकिन धुआं की भयानक लपटों के कारण आग को नियंत्रित करना मुश्किल था। इसके बाद स्थानीय नगर पालिकाओं ने 10 फायर ब्रिगेड को बुलाया। गोदाम के ऊपर एक किराए दार दुर्गेश पुत्र राजाराम बाथम भी रहते हैं, जिनके घर का सामान भी आग में जलकर खाक हो गया।
घटना की जानकारी प्राप्त होते ही एसडीएम वीरेंद्र कटारे और तहसीलदार भारतेंदु यादव पुलिस प्रशासन के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही, आग बुझाने के लिए 10 नगर पालिकाओं की फायर ब्रिगेड भी तत्पर है। यहां तक कि नगर पालिका परिषद सबलगढ़, नगर पंचायत झुंडपुरा, नगर परिषद कैलारस, नगर पंचायत विजयपुर, नगर पालिका जौरा, नगर पंचायत बामोर, नगर पंचायत मालनपुर, और गेल इंडिया कैलारस से फायर ब्रिगेड को बुलाया गया है।
सभी फायरमैन और फायर ऑपरेटर आग को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन 15 घंटे बाद भी आग पर काबू नहीं पाया गया है। बहुत से लोग सड़कों पर इकट्ठे हो रहे हैं, जिन्हें पुलिस हटाने की कोशिश की जा रही है। आस-पास के गांवों से भी लोग आ रहे हैं, लेकिन आग का धुंआ अभी भी कम नहीं हुआ है। फिर भी, फायर ब्रिगेड बारी-बारी से पानी भरकर आग को बुझाने की कोशिश कर रही है।
जिला कलेक्टर और एसपी भी देर रात निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंचे। आग बुझाने के दौरान राजस्व और पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारी मुस्तैद रहे। इस घटना स्थल पर नगर पालिका अध्यक्ष सोनेराम धाकड़ भी मौके पर पहुंचे।
जानकारी के अनुसार, 8-10 वर्ष पहले इसी गोदाम में भीषण आग लग गई थी, जिसे प्रशासन ने मशक्कत के बाद बुझाया था। व्यापारी महावीर उर्फ बंटी प्रधान ने बताया कि गोदाम में एक गाड़ी पॉलिथीन मैनफैक्चरिंग अभी उतरवाई गई है। उनके अनुसार, गोदाम में होने वाले नुकसान की आंशिक आंकड़ा 10 से 15 लाख रुपये हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि 8-10 वर्ष पहले भी उनके गोदाम में आग लग गई थी।