इंदौर के भंवरकुआ पुलिस ने एक बिल्डर की शिकायत पर प्रॉपर्टी ब्रोकर के खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया है। आरोपी ने फर्जी दस्तावेज़ तैयार करके एक प्लॉट का सौदा किया था। पहले के व्यापारिक संबंधों का लाभ उठाते हुए करोड़ों रुपये की हेराफेरी कर दी गई।
भंवरकुआ पुलिस ने आशीष वर्मा निवासी एअरपोर्ट रोड की शिकायत पर शैलेन्द्र पोरवाल निवासी कालानी नगर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। पोरवाल के खिलाफ जाली दस्तावेज़ तैयार करने का आरोप है। आशीष वर्मा ने बताया कि वह प्रॉपर्टी के काम करते हैं और उन्हें प्लॉट की आवश्यकता थी। शैलेन्द्र पोरवाल से करीब 5 से 6 साल पहले संपर्क हुआ था। उसने कई जगहों पर जमीनें दिलवाई और फिर उन पर घर बनाकर बेचा। 2018 में शैलेन्द्र पोरवाल ने भंवरकुआ की इंद्रपुरी कॉलोनी में एक प्लॉट दिखाया, जिसका सौदा 3 करोड़ 80 लाख रुपये में किया गया। एक ऐग्रीमेंट में मनोज दाधीच का नाम दर्ज किया गया।
पोरवाल के कहने पर प्लॉट के बदले भारत बाहेती और अर्पित जैन के खातों में सौदे के रुपये ट्रांसफर किए गए। इसके बाद वर्मा ने रजिस्ट्री करवाने की मांग की, लेकिन पोरवाल ने उसे टालते रहा। इसके बाद वर्मा ने डीसीपी सहित अन्य अफसरों से शिकायत की। पुलिस ने शैलेंद्र पोरवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है, और अन्य आरोपियों की जाँच के लिए कदम उठाए जाएंगे।