साइबर ठगी करने वाले गिरोह अब लोगों को तरह-तरह के खौफ दिखाकर ठगी का शिकार बनाने लगे हैं। मुरार में अकेले रहने वाली सेवानिवृत्त शिक्षिका आशा भटनागर (72) ऐसी ही ठगी की शिकार हुई हैं। गिरोह ने उनके नाम पर 24 FIR दर्ज होने के साथ मुंबई पुलिस का अरेस्ट ऑर्डर जारी होने और गिरफ्तार करने का खौफ दिखाकर 51 लाख रुपए ठग लिए। ठगों ने उनसे यह रकम RTGS से अपने बताए खाते में ट्रांसफर कराई।
ग्वालियर में साइबर ठगी की यह अब तक की सबसे बड़ी वारदात है। ठगों ने वृद्धा को इतना डराया कि अमेरिका में रहने वाले बेटे और पुणे में रहने वाले बेटी-दामाद तक को फोन नहीं लगाया। बदमाशों ने कहा फोन लगाने पर उन्हें भी अरेस्ट कर लेंगे। ठगों ने उनसे फोन पर यह भी कहा कि उन्होंने कल गाजर खरीदी हैं और वे एक्सिस बैंक भी गई थीं।
ठगों की धमकी से वृद्धा इतनी डर गईं कि उन्होंने अपने घर के बाहर ताला डलवाने के कामवाली बाई को भी बाहर से ही लौटा दिया। इसके साथ ही दो दिन तक अपनी बहन और बेटी के फोन भी अटेंड नहीं किए। ठगों ने वृद्धा से यह भी कहा कि मुंबई पुलिस की टीम उनके घर के आसपास है और वह निगरानी में हैं।
ठगी की शिकार होने के दो दिन बाद वृद्धा ने अपनी बेटी से फोन पर बात की, फिर अपनी साथी शिक्षिका को बताया। तब उसके परिजन वृद्धा के घर पहुंचे। वे उन्हें लेकर पहले थाने और बाद में शनिवार को पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के पास पहुंचे। उन्हें साइबर क्राइम विंग की टीम को ठगों का सुराग लगाने के निर्देश दिए।