जिले के क्षेत्र में इन दिनों एक फूल की खेती चर्चा में है। किसान इसे अपने खेतों में उगाकर बेच रहे हैं, लेकिन यह कुसुम का पौधा है। इसके बारे में क्षेत्र में तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। किसानों को यह बताया गया है कि यह अमेरिकन केसर नहीं है, लेकिन इसके फूल केसर की तरह ही दिखते हैं। नीमच मंडी में इन फूलों की बिक्री एक लाख रुपए प्रति क्विंटल तक हो रही है।
जानकारी के अनुसार, जिले के सीतामऊ क्षेत्र के रणायरा, धमनार, सेमलिया रानी सहित कई जगहों पर कुसुम की खेती हो रही है। इसके फूल रंगीन होते हैं और यहां पर पीला और लाल रंग दिखाई देते हैं। कृषि उपज मंडी में इन फूलों की बिक्री हो रही है।
इस तिलहनी पौधे के फूल 1100 से 1120 रुपए किलो तक बिक रहे हैं। प्रति बीघा का अनुमानित उत्पादन करीब 30 से 35 किलो है। इसके बीज भी बिक रहे हैं, जिन्हें बुवाई के काम में लिया जा रहा है।
कुसुम दो प्रकार की होती हैं, एक में कांटे होते हैं और दूसरी में नहीं। इसके तेल में ओमेगा-3 होता है जो हार्ट के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा सामान्य व्यक्ति भी अच्छे स्वास्थ्य के लिए इसका उपयोग कर सकता है।