उमरेठ के नेहरू चौक में 18 महीने पहले हुए अग्निकांड की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है। उमरेठ अग्निकांड में तीन मासूमों की जान जा चुकी है। अग्निकांड प्रकरण विधानसभा में भी गूंजा, दो बार एसआईटी गठन के बाद भी आग लगने के कारणों का न खुलासा हुआ और न ही आरोपी की पहचान हो पाई।
आग में साहू परिवार के पांच सदस्य झुलसे थे, जिसमें तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। महिला का इलाज अभी भी जारी है। साहू परिवार के मुखिया सुभाष नवलू साहू और उनकी पत्नी संतोषी साहू ने उमरेठ थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर मामले में जल्द उचित कार्रवाई नहीं होने पर 12 मई को थाना परिसर में पहुंचकर आत्मदाह की चेतावनी दी है।
31 अगस्त-एक सितम्बर 2022 से अब तक हुए घटनाक्रम का ज्ञापन में जिक्र करते हुए साहू परिवार के मुखिया सुभाष नवलू और संतोषी ने बताया कि उन्होंने अपनी दिव्यांग बेटी और दो बेटों को खो दिया है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का प्रकरण भी दर्ज कर लिया है, लेकिन आरोपियों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है।
उनका कहना है कि तात्कालीन थाना प्रभारी ने ठीक से जांच नहीं की थी बल्कि सबूतों को नष्ट करने का प्रयास किया था। उनकी लगातार मांग के बावजूद भी मामले क सीबीआई से जांच नहीं कराई गई।
दोबारा एसआईटी गठन की गई। टीम अभी तक मामले का खुलासा नहीं कर पाई है आरोपी अब-तक खुला घूम रहे है। दंपती ने कहा है कि बीते साल 12 मई को उनके बेटे की मौत भी हुई थी। पुलिस अब भी उचित कार्रवाई नहीं करती है, तो इस 12 मई को वे दोनों आत्मदाह कर लेंगे।