HDFC बैंक जल्द HDB फाइनेंशियल सर्विसेज का IPO लाएगा:इसके जरिए ₹7,500 से ₹10,000 करोड़ जुटा सकता है बैंक; सितंबर 2025 से पहले लिस्टिंग जरूरी
एचडीएफसी बैंक अपनी सब्सिडियरी कंपनी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी आईपीओ को लेकर तैयारी में है। इसकी जानकारी इकोनॉमिक्स टाइम्स (ईटी) की रिपोर्ट में दी गई है। एचडीएफसी बैंक ने अपने प्रस्तावित आईपीओ के लिए प्रमुख निवेश बैंकों को बोलियां बुलाई हैं और मूल्यांकन अनुमान लगाने के लिए आमंत्रित किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एचडीएफसी बैंक इस साल के अंतिम तिमाही या 2025 के पहले तिमाही में आईपीओ को ला सकता है। यदि यह आईपीओ 2024 में आती है, तो यह साल का सबसे बड़ा इनिशियल पब्लिक ऑफर हो सकता है। एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के मर्जर के बाद, यह एचडीएफसी का पहला पब्लिक ऑफर होगा।
आईपीओ के माध्यम से बैंक द्वारा ₹7,500 से ₹10,000 करोड़ जुटाए जा सकते हैं एचडीबी फाइनेंशियल में लगभग 95% हिस्सेदारी रखने वाला एचडीएफसी आईपीओ के माध्यम से 10% हिस्सेदारी बेच सकता है। इससे बैंक ₹7,500 करोड़ से लेकर ₹10,000 करोड़ तक जुटा सकता है। साथ ही, बैंक प्री-आईपीओ शेयर प्लेसमेंट के साथ निवेशकों के साथ विचार कर सकता है।
वर्तमान में, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का बाजारी मूल्य 7.9 अरब डॉलर यानी लगभग 65,690 करोड़ रुपये है। इसके गैर-सूचीबद्ध शेयरों की कीमत 830 रुपये है। लिस्ट होने के बाद, बाजार के मूल्यांकन के हिसाब से कंपनी सबसे बड़ी सूचीबद्ध वित्तीय कंपनियों में से एक होगी।
सितंबर 2025 से पहले एचडीबी फाइनेंशियल को लिस्ट करना जरूरी बैंक को एचडीबी का आईपीओ लाने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक के मानकों के अनुसार सितंबर 2025 से पहले कंपनी को लिस्ट होना है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सितंबर 2023 में आदेश दिया था कि ‘अपर लेयर’ के हिस्से के रूप में पहचानी गई एनबीएफसी को दो साल के अंदर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होना होगा।
क्वार्टर 3FY24 में एचडीएफसी बैंक का नेट लाभ 33.54% बढ़ा अक्टूबर-दिसंबर के तिमाही में बैंक का नेट लाभ सालाना आधार पर 33.54% बढ़कर 16,372 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले Q3FY23 में बैंक को 12,259 करोड़ का नेट लाभ था।
इसके साथ ही, इस तिमाही में बैंक की नेट ब्याज आय 23.9% से बढ़कर 28,470 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 22,990 करोड़ रुपये थी। प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट 24.3% बढ़कर लगभग 23,650 करोड़ रुपये हो गया।