टीकमगढ़ कलेक्ट्रेट में बुधवार शाम एक किसान ने जहर खा लिया। उसने कलेक्टर अवधेश शर्मा के कार्यालय से महज चंद कदमों की दूरी पर जमीन पर पड़ा उल्टियां करते हुए अपने आप को ज़हर दे लिया। किसान की पत्नी रोते हुए उसे अस्पताल पहुंचाने की गुहार लगाती रही लेकिन किसी अधिकारी-कर्मचारी ने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया।
सूचना मिलने के करीब आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और किसान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
नामांतरण निरस्त होने का कागज थमाकर बाहर निकाला
शहर के पुरानी टिहरी वार्ड नंबर 2 निवासी किसान सचेंद्र पिता सिल्ले कुशवाहा (42) बुधवार शाम करीब 7 बजे कलेक्टर अवधेश शर्मा के पास नामांतरण नहीं होने की शिकायत लेकर पहुंचा था।
उसकी पत्नी राधा ने कहा कि कई सालों से जमीन का नामांतरण नहीं हो पा रहा है। कई बार तहसीलदार, एसडीएम और कलेक्टर से शिकायत कर चुके हैं। बुधवार सुबह जब इस संबंध में कलेक्टर शर्मा से मिले तो उन्होंने तहसीलदार गोविंद सिंह ठाकुर से मिलने को कहा। दोपहर में हम तहसीलदार के पास पहुंचे तो उन्होंने नामांतरण निरस्त होने का कागज थमाकर कार्यालय से बाहर निकाल दिया।
किसान ने कलेक्टर के चैंबर से बाहर निकलकर जहर खा लिया। किसान ने कलेक्टर के चैंबर से बाहर निकलकर जहर खा लिया। कलेक्टर ने भी डांट-फटकार कर भगा दिया
राधा ने बताया कि तहसीलदार ठाकुर की इस हरकत की शिकायत लेकर हम शाम को कलेक्टर शर्मा के पास दोबारा गए। उन्होंने भी डांट-फटकार कर भगा दिया। चैंबर से निकलने के बाद पति सचेंद्र ने चूहामार दवा खा ली। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई।
वह जमीन पर गिर गया और उल्टियां करने लगा। परिसर में मौजूद सुरक्षा गार्ड और अन्य लोगों ने कोई मदद नहीं की।
जमीन पर पड़ा किसान उल्टियां करता रहा। करीब आधे घंटे के बाद पुलिस पहुंची। जमीन पर पड़ा किसान उल्टियां करता रहा। करीब आधे घंटे के बाद पुलिस पहुंची। कलेक्टर-तहसीलदार ने फोन रिसीव नहीं किए! रोती-चिल्लाती राधा को देखकर किसी ने देहात थाना पुलिस को सूचना दी। फिलहाल, किसान का जिला अस्पताल में इलाज जारी है।